आँखे बंध करू तो बस तेरा खयाल आता हे। जब आँखे खोलू तो दिल तुजे ढूंढता हे। रिस्ता कहते हे शादी का अनजान इंसान से होता हे । पर कब वो मेरा सबकुछ हो जाता हे। वो मुझे ही पता नहीं चलता हे। कोई वजह नहीं हे तभी तो प्यार होता हेअगर वजह होती तो व्यापर होता साहेब
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